हर साल 1 December को World AIDS Day मनाया जाता है. एड्स को एक खतरनाक बीमारी के रूप में जाना जाता है अगर किसी को यह बीमारी हो जाये तो उसकी मौत निश्चित है. न जाने कितने लोग इसकी चपेट में आकर मारे जाते है. HIV विषाणु अफ्रीका से उभरा है और लगभग दस साल में पूरी दुनिया में फैल गया.
एड्स अब तक की सबसे ज्यादा रिसर्च करने वाली बीमारियों में से एक है. HIV Positive होने का यह मतलब है AIDS Virus आपके शरीर में घुस चुका है, इसका मतलब यह नहीं कि आपको एड्स है. HIV Positive होने के 6 महीने से 10 साल के बीच कभी भी एड्स हो सकता है.
एड्स क्या है
AIDS का पूरा नाम Acquired Immuno Deficiency Syndrome है. और यह बीमारी शरीर में HIV Virus के प्रवेश करने के कारण होती है. यह इंसान की प्रतिरोधी क्षमता को कम कर देता है.
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एड्स के कारण | Causes of Aids in Hindi
माँ द्वारा बच्चे को – अगर बच्चे को जन्म देते समय माँ के अंदर HIV Virus मौजूद है तो ये बच्चे के अंदर भी प्रवेश कर सकता है. साथ ही साथ बच्चे को दूध पिलाते समय भी ये वायरस बच्चे के शरीर में आ सकता है.
संक्रमित खून – अगर HIV-AIDS से ग्रसित व्यक्ति का खून किसी दूसरे इंसान के शरीर में बिना किसी जाँच के चढ़ा दिया जाये तो उसे भी एड्स हो सकता है. इसीलिए खून की पहले जांच करवानी चाहिये.
इंजेक्शन द्वारा – किसी भी एच आई वी / एड्स के मरीज पर इस्तेमाल की सुई को किसी दूसरे मरीज पर इस्तेमाल करने से दूसरे व्यक्ति को भी HIV-AIDS हो सकता है इसलिए हमेशा नई इंजेक्शन का इस्तेमाल करना चाहिये.
असुरक्षित योन सम्बन्ध – किसी भी ऐसे इंसान के साथ असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाना जिसे पहले से ही एच आई वी / एड्स है, इससे भी एच आई वी / एड्स हो सकता है.
एड्स के लक्षण | Symptoms of Aids in Hindi
भूख खत्म हो जाना.
वजन का लगातार कम होना.
मुँह में घाव हो जाना.
बार-बार दस्त लगना.
त्वचा पर चकत्ते हो जाना.
सोते समय पसीना आना.
एड्स से बचाव कैसे करे | Prevention of Aids in Hindi
असुरक्षित संबंधों से बचे.
ऐसे सुई का इस्तेमाल करे जो नई हो. किसी को लगाई हुई सुई का इस्तेमाल न करे.
अगर आप गर्भधारण करना चाहती है तो गर्भधारण से पहले किसी डॉक्टर से संपर्क करे. क्योंकि HIV Virus आपके बच्चे के शरीर में भी प्रवेश कर सकता है.
HIV-AIDS किस कारण से नहीं फैलता
एच आई वी / एड्स के मरीज के साथ एक ही बर्तन में खाने से.
एच आई वी / एड्स के मरीज के पसीने से.
एच आई वी / एड्स के मरीज के खांसने या छींक मारने से.
एच आई वी / एड्स के मरीज के कपड़े इस्तेमाल करने से या उसके छूने से एड्स नहीं फैलता है.