Fungal Infection Treatment in Hindi, Fungal Infection Ka Ilaj in Hindi
Symptoms Tips

फंगल इन्फेक्शन के कारण, लक्षण और उपचार | Fungal Infection Treatment

फंगल इन्फेक्शन का होना सामान्य बात है. फंगल इन्फेक्शन की समस्या तब होती है जब कोई बाहरी फंगस बॉडी के किसी हिस्से पर कब्जा कर लेती है और बॉडी का इम्यून सिस्टम उससे निपटने में सक्षम नहीं होता है. इस लेख में हम आपको बताएंगे कि फंगल इन्फेक्शन क्या है? साथ ही फंगल इन्फेक्शन के प्रमुख प्रकार, लक्षण और फंगल इन्फेक्शन के उपचार के बारे में भी जानकारी देंगे.

Fungal Infection Treatment in Hindi, Fungal Infection Ka Ilaj in Hindi

फंगल इन्फेक्शन का होना सामान्य बात है और आमतौर पर फंगल इन्फेक्शन को गंभीर समस्या नहीं माना जाता है. यदि इसका समय पर उपचार किया जाए तो इसे ठीक किया जा सकता है. परन्तु यदि किसी की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो तो उसे फंगल इन्फेक्शन को ठीक करने में मुश्किल हो सकती है. डायबिटीज के मरीजों के फंगल इन्फेक्शन को ठीक होने में काफी मुश्किल होती है.

फंगल इन्फेक्शन के लक्षण

स्किन में बदलाव, लालिमा आना, खुजली होना आदि. ये फंगल इन्फेक्शन के सामान्य लक्षण हैं. परन्तु फंगल इन्फेक्शन के लक्षण समस्या के प्रकार पर भी निर्भर करते हैं.

यह भी पढ़ें : स्किन कैंसर के लक्षण और बचाव

फंगल इन्फेक्शन के प्रकार

पैरों में दाद की समस्या (Athlete’s Foot)

जांघों के बीच खुजली होना (Joke Itch)

दाद (Ringworm)

पैरों में दाद की समस्या

पैरों में होने वाली दाद की समस्या को एथलीट्स फुट या टीनिया पेडिस कहते है. यह फंगल इन्फेक्शन पैरों को प्रभावित करता है. यह समस्या आमतौर पर उनको होती है जो खेलकूद से जुड़े होते हैं या एथलीट होते हैं. बहुत बार यह समस्या उन लोगों को भी होती है जो दिनभर जूते पहनते है.

पैरों में दाद की समस्या के लक्षण – एथलीट फुट की समस्या के सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं.

प्रभावित हिस्से में लाल निशान या फोड़ा होना.

त्वचा के हिस्से का मुलायम होना.

त्वचा की परतों का टूटना.

स्किन की पपड़ी बनकर निकलना.

खुजली, जलन या चुभन आदि.

एथलीट फुट का उपचार और रोकथाम – एथलीट फुट का इलाज त्वचा पर लगाई जाने वाली टॉपिकल क्रीम या ऑइंटमेंट से किया जाता है. यह क्रीम मेडिकल स्टोर पर आसानी से मिल जाती हैं. परन्तु गंभीर समस्या होने पर ओरल दवाओं के सेवन की भी जरूरत होती है. पैरों की देखभाल के लिए पैरों में हवा लगने दे, पैरों को सूखा रखे, साफ-सफाई का ध्यान रखे.

यह भी पढ़ें : जिद्दी दाद से छुटकारा पाने के 8 तरीके

जांघों के बीच खुजली की समस्या

ये बॉडी के उन हिस्सों में ज्यादा फैलता है जहां पसीना या नमी होती है. जैेसे – जांघों के बीच का हिस्सा, ग्रोइन, हिप्स, बगल आदि.

जोक इच के लक्षण – जोक इच के लक्षण निम्नलिखित हैं.

गुप्तांगों, हिप्स और जांघों के आस पास लालिमा.

चुभन, खुजली, जलन, सूजन होना.

त्वचा का फटना, पपड़ी निकलना.

गोल चकत्ता पड़ना.

जोक इच का उपचार और रोकथाम – जोक इच के ज्यादातर मामलों को मेडिकल स्टोर में मिलने वाली दवाओं से ठीक किया जा सकता है. कुछ मामलों में डॉक्टर से मिलकर दवा लेने की भी जरूरत पड़ सकती है. इससे बचने के लिए सूती या लेनिन से बने हुए ढीले अंडरवियर को पहनना शुरू करें.

दाद

रिंगवर्म एक स्किन इन्फेक्शन है जिसके कारण जोक इच और एथलीट फुट जैसी समस्याएं होती हैं. ये इन्फेक्शन त्वचा के साथ ही बालों और नाखूनों पर भी हो सकता है.

रिंगवर्म के लक्षण – ये एक लाल रंग का गोल पैच होता है, जिसमें खुजली या पपड़ी निकलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसका बाहरी हिस्सा लाल होता है. जबकि भीतरी हिस्से में सफेद रंग की पपड़ी दिखती है. रिंगवर्म संक्रामक होता है और त्वचा से त्वचा का संपर्क होने पर ये समस्या हो सकती है.

रिंगवर्म का उपचार और रोकथाम – रिंगवर्म के अधिकतर मामलों को टॉपिकल क्रीम और मेडिकेटेड क्रीम से ठीक किया जा सकता है. लेकिन गंभीर मामला जैसे सिर में रिंगवर्म की समस्या होने पर डॉक्टर अन्य उपचारों की सलाह भी दे सकते है.

myhealthhindi
myhealthhindi.com पर दी हुई संपूर्ण जानकारी केवल पाठकों की जानकारी के लिए दी गयी हैं। इस स्वास्थ्य से सम्बंधित ब्लॉग का उद्देश आपको स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और स्वास्थ्य से जुडी जानकारी प्रदान करना हैं। हमारा आपसे निवेदन हैं की किसी भी सलाह को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *