डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके मरीज़ दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे है. इसके कारण ब्लड में शुगर बढ़ जाता है और फिर हमें बहुत परेशानियों का सामना करना पडता है. डायबिटीज अस्वस्थ जीवनशैली और खान पान से होती है. लेकिन शायद आपको ये नहीं पता डायबिटीज दिमाग पर भी बुरा असर डालती है और इसके कारण हमारी यादाश्त भी जा सकती है.
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याददाश्त और डायबिटीज में सम्बन्ध
मस्तिष्क में होने वाली क्रियाएं पूरी तरह से ग्लूकोज पर आधारित होती है और मस्तिष्क में ग्लूकोज सीमित होता है। याददाश्त में कमी और दिमाग की प्रणाली में बाधा उच्च रक्त ग्लूकोज और कम रक्त शर्करा की अवधि के दौरान होती है। डायबिटीज से ग्रसित रोगियों में याददाश्त संबंधी परेशानी पायी जाती है।
बच्चों पर असर
मधुमेह दो प्रकार का होता हैं, type 1 या जुविनाइल और type 2 वयस्क शुरुआत वाला । टाइप 2 डाइबटीज अक्सर जरूरत से ज्यादा मोटे लोगों को होता है। इन लोगों का शरीर इन्सुलीन के प्रति प्रक्रिया बंद कर देता है।
जब यह मधुमेह आधिक वजन वाले बच्चों में होता है तो इसे जुविनाइल मधुमेह नहीं कहा जाता। आप स्वस्थ भोजन और व्यायाम कर मधुमेह के खतरे को कम कर सकते हैं।
कैसे बचें
नियमित रूप से से सही खान पान लेकर तथा साथ में व्यायाम करके इसको कम किया जा सकता है. इसीलिए आपको स्वस्थ खानपान और व्यायाम करना चाहिए.