कंजेस्टिव हार्ट फेलियर उस समय होता है जब हमारा दिल सही से ब्लड पंप नहीं करता मतलब जितना हमारे शरीर को जरूरत है हमारा दिल उतना Blood Pump नहीं कर पाता है.
परन्तु इसका मतलब यह बिलकुल भी नही है की हमारे दिल ने बिलकुल काम करना बंद कर दिया है, बस वो अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाता. ऐसे में जिसको भी इसकी शिकायत होती है उनको सांस उखड़ने की समस्या रहती है और वो अपने आप को थका हुआ तथा कमजोर महसूस करने लगते है.
लेकिन इसको अनदेखा किया जाना बिलकुल भी सही नही है, कंजेस्टिव हार्ट फेलियर में हालात धीरे-धीरे करके खराब होने लगते है. शुरूआती दिनों में आप इसे दवाओं के द्वारा काबू कर सकते है, लेकिन अगर समय रहते इसके ऊपर काबू न किया जाये हालात खराब हो सकते है.
कंजेस्टिव हार्ट फेलियर के लक्षण | Congestive Heart Failure Symptoms in Hindi
जब कंजेस्टिव हार्ट फेलियर को दवाओं के द्वारा नियंत्रित न किया जा सके तब इसे एडवांस कंजेस्टिव हार्ट फेलियर माना जाता है.
दिल की समस्याओं के चलते हृदय उसे प्राप्त होने वाले ब्लड का सिर्फ 25% या फिर उससे कम ब्लड पंप कर पाए.
सांस उखड़ना.
थकान लगना.
टांगों में सूजन.
इसके अलावा कुछ और भी लक्षण हो सकते है जैसे – धड़कनों की रफ्तार तेज होना, पेट के नीचे की मांसपेशियों में सूजन होना, अधिक वजन बढ़ना, नियमित रूप से उल्टी होना, सोने में परेशानी होना या अनियमित धड़कनें आदि. ये सब भी इसके लक्षण हो सकते है.
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कंजेस्टिव हार्ट फेलियर के कारण | Causes of Congestive Heart Failure in Hindi
उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
अधिक वजन होना (Fatness)
अनुवांशिक कारण (Genetically)
कोरोनरी हृदय रोग (Coronary Heart Disease) आदि.
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अगर आपको भी इनमे से कोई परेशानी है तो डॉक्टर से संपर्क करके सलाह ले और अपना इलाज करवाए ताकि Congestive Heart Failure को आगे बढ़ने से रोका जा सके. इसके अलावा अपनी दिनचर्या में बदलाव लाकर आप इन जैसे बीमारियों को आने से पहले ही रोक सकते है. बाहर का तला हुआ खाना और Junk food जैसी चीज़ों का सेवन करने से बचे, हो सके तो नियमित रूप से व्यायाम तथा संतुलित आहार का सेवन करे, ताकि आप फिट तथा तंदुरुस्त रह सके.