Chingam Kaise Banti Hai, Chingam Khane Ke Fayde Aur Nuksan
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चुइंगम चबाने के फायदे और नुकसान | Chingam Kaise Banti Hai

हम में से ज्यादातर लोग बड़े शौक से च्विंगम चबाते है. खासकर बच्चो को ये बहुत ज्यादा पसंद होती है. लेकिन क्या आपको ये पता है चिंगम चबाने के फायदे और नुकसान क्या है. आज हम आपको बताने वाले है च्युइंग गम चबाने के फायदे और नुकसान क्या है और साथ ही हम ये भी बताएँगे की चिंगम कैसे बनता है.

Chingam Kaise Banti Hai, Chingam Khane Ke Fayde Aur Nuksan

चिंगम कैसे बनती है

चिंगम बनाने की विधि कई चरणों के अंदर पूरी होती है और इसकी सही जानकारी चिंगम की कंपनी में जो इसे बनाते है उन्हें ही होती है. फिर भी चिंगम को कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है.

  • गम बेस के अंदर 3 प्रमुख घटकों को शामिल किया जाता है. जिसमे राल, मोम और इलास्टोमेर. राल (पूर्व टेरपीन) प्रमुख चबाने लायक़ हिस्सा है. मोम गोंद को नरम करता है. इलास्टोमर्स लचीलापन जोड़ते हैं.
  • चिंगम में कृत्रिम (Artificial) मिठास लाने के लिए डेक्सट्रोज, ग्लूकोज या मकई का सिरप, आइसोमाल्ट, एरिथ्रिटोल, जाइलिटोल, माल्टीटोल, मैनिटोल, सोर्बिटोल, लैक्टिटोल का इस्तेमाल किया जाता है.
  • च्युइंग गम को नम बनाये रखने हेतु ग्लिसरीन का उपयोग किया जाता है.
  • सॉफ़्नर / Plasticizer का इस्तेमाल लचीलेपन को बनाए रखने, गोंद को नरम करने और भंगुरता को कम करने के लिए किया जाता है. इसके लिए निम्न चीजों को मिलाया जा सकता है. हाइड्रोजनीकृत वनस्पति तेल, लेसितिण, ग्लिसरॉल एस्टर, लैनोलिन, मिथाइल एस्टर, राइस ब्रान मोम, पेंटाएरीथ्रिटॉल एस्टर, स्टीयरिक एसिड, सोडियम और पोटेशियम स्टीयरेट्स.
  • टेस्ट के लिए च्युइंग गम में बहुत सी चीजों को मिलाया जा सकता है. खट्टे टेस्ट के लिए साइट्रिक, टार्टरिक, मैलिक, लैक्टिक, और फ्यूमेरिक एसिड का इस्तेमाल होता है.
  • पॉलोल कोटिंग की मदद से च्युइंग गम को कठोर बनाए रखने में मदद मिलती है.

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च्युइंग गम के फायदे मेमोरी के लिए

चिंगम चबाने से याददाश्त तेज होती है और साथ ही एकाग्रता भी बढ़ती है. कहा जाता है चिंगम चबाने से मस्तिष्क में रक्त संचार तेजी से होता है. इसलिए इसे मेमोरी के लिए फायदेमंद माना जाता है.

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च्युइंग के लाभ अलर्टनेस बढ़ाने के लिए

च्युइंग गम की मदद से मेमोरी तेज होने के साथ-साथ अलर्टनेस भी बढ़ सकती है. च्युइंग गम को चबाने से मस्तिष्क के कई हिस्सों में फूर्ति आ जाती है. जब आप कोई बोरिंग काम कर रहे हो तो चिंगम चबाने से अलर्ट रहने में मदद मिलती है.

च्विंगम गम के फायदे ओरल हेल्थ के लिए

च्युइंग गम चबाना ओरल हेल्थ के लिए भी लाभकारी है. वैसे तो मीठी चीज़े खाने से दांतों को नुकसान होता है पर च्युइंग गम की मदद से मुंह की बदबू की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है. च्युइंग गम चबाने से साल्विया का निर्माण होता है जो मुह की हेल्थ के लिए अच्छा होता है. खाने के बाद शुगर फ्री च्युइंग गम चबाने से दांतों के लिए नुकसानदायक एसिड को प्रभावहीन करने में सहायता मिलती है. खाने के आधे घंटे बाद शुगर फ्री च्युइंग गम चबाने से दांतों के एनामेल को बेहतर बनाने, कैविटी कम करने, प्लाक को कम करने और मसूड़ों की समस्या दूर करने में मदद मिलती है.

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च्युइंग गम के फायदे तनाव कम करने के लिए

तनाव को दूर करने में भी च्युइंग गम आपकी मदद कर सकता है. च्युइंग गम को चबाने से तनाव पैदा करने वाला हार्मोन कोर्टिसोल कम होता है, जिससे तनाव को थोड़ा कम करने में मदद मिल सकती है.

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सिगरेट छोड़ने के लिए च्युइंग गम के फायदे

यदि आप सिगरेट की बुरी लत के शिकार है तो च्युइंग गम चबाने से सिगरेट की लत से छुटकारा पाया जा सकता है. इसकी मदद से सिगरेट से मन भटकेगा. च्युइंग गम एक दिन में आपकी सिगरेट पीने की आदत को नहीं बदल सकता, लेकिन निकोटिन युक्त च्युइंग गम सिगरेट छोड़ने में मदद करते है.

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च्युइंग के फायदे फेस के लिए

च्युइंग गम को चबाने से चेहरे पर ब्लड फ्लो बढ़ जाता है. च्युइंग गम चबाने से फेस की एक्सरसाइज भी हो जाती है. इसकी मदद से गाल और जबड़े मजबूत हो सकते है, साथ ही एजिंग की समस्या से बचने मे सहायता मिलती है.

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च्युइंग गम के नुकसान

च्युइंग गम खाने के फायदे तो आप जान ही चुके है, लेकिन जिस तरह इसे खाने के फायदे है ठीक उसी तरह इसके कुछ नुकसान भी है. नीचे हमने च्युइंग गम से होने वाले नुकसानों के बारे में बताया है.

दांत खराब हो सकते है – कभी-कभी च्युइंग गम चबाना मसूड़ों तथा दांतों के लिए अच्छा है. परन्तु इसका ज्यादा इस्तेमाल करने से दांतो को नुकसान भी पहुंच सकता है. भले ही आप शुगर फ्री च्युइंग गम का इस्तेमाल करते हो. यह दांतों को नुकसान पंहुचा सकता है.

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल – च्युइंग गम से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की समस्या हो सकती है.

जंक फूड खाने की इच्छा – च्युइंग गम का इस्तेमाल करने से जंक फूड खाने की इच्छा बढ़ सकती है.

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