गलत जीवन शैली, खानपान, प्रदूषण और केमिकल वाले उत्पादों का इस्तेमाल करने से हमारे बालों को काफी नुकसान पहुंचता है. अगर आप भी झड़ते बालों की वजह से परेशान है तो इसमें आयुर्वेद आपकी मदद कर सकता है. नीचे हमने कुछ जड़ी-बूटियों (Herbs) और खाद्य पदार्थो के बारे में बताया है जो बालों के विकास के लिए काम आ सकते हैं और बालों का गिरना कम कर सकते हैं. बालों के विकास के लिए ये आयुर्वेदिक टिप्स बहुत आसान और प्रभावी हैं.

झड़ते बालो के लिए आयुर्वेद
भृंगराज – भृंगराज एक औषधीय जड़ी बूटी है जो नम क्षेत्रों में बढ़ती है. यह जड़ी बूटी विशेष रूप से बालों और त्वचा के विकारों के इलाज के लिए उपयोग की जाती है. भृंगराज को धोने से पहले खोपड़ी पर पेस्ट रूप में लगाया जाना चाहिए. यह एक जड़ी बूटी है जो इतनी आसानी से उपलब्ध नहीं है और स्टोर किए गए सूखे भृंगराज के पत्तों और 4-5 बड़े चम्मच गर्म पानी का उपयोग करके बनाया जा सकता है. इस पैक को अपने बालों पर अच्छे से 30 मिनट के लिए लगाएं. उसके बाद बाल धो ले. इससे बाल घने और चमकदार होंगे. hair loss ayurvedic treatment in hindi
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मेथी के बीज – इस पेस्ट को बनाने के लिए, आपको कुछ सामग्री की आवश्यकता होगी. 15-20 करी पत्ते, 1 नींबू का छिलका, 3 टेबलस्पून सोप नट पाउडर, 2 टेबलस्पून मेथी के दाने और 2 टेबलस्पून हरा चना मिला ले और एक साफ और ठंडी जगह पर स्टोर करें. इस मिश्रण को एक शैम्पू के रूप में उपयोग करें.
आंवला – बालों के लिए काफी लम्बे समय से आंवले का उपयोग किया जा रहा है. आंवले के तेल से स्कैल्प की मालिश करने से रक्त संचार को बढ़ावा मिलता है. यह आपके रोम छिद्रों को पर्याप्त पोषण प्रदान करता है, जो बाद में बालों के विकास को बढ़ाता है.
आप घर पर भी कुछ आंवले का तेल तैयार कर सकते हैं. एक पैन में थोड़ा नारियल तेल गरम करें और दो चम्मच आंवला पाउडर डालें. तेल को भूरा होने तक गर्म करें. अब तेल को ठंडा होने के लिए अलग रख दें. और जब यह हल्का गर्म रहे तब इसे अपने बालों में लगाकर मसाज करे.
ब्राह्मी बाल झड़ने की दवा आयुर्वेदिक – ब्राह्मी ड्राई और डैमेज स्कैल्प का इलाज करके बालों के झड़ने को रोक सकती है. ब्राह्मी बालों की विभिन्न समस्याओं जैसे कि डैंड्रफ और खुजली का भी इलाज कर सकती है. ब्राह्मी के तेल से स्कैल्प पर मालिश करने से बहुत ही सुखदायक प्रभाव पड़ता है.
त्रिफला – त्रिफलाचूर्ण में मौजूद एक्टिव कंपाउंड क्षतिग्रस्त बालों की मरम्मत करते हैं और हेयर वॉल्यूम बढ़ाते है. त्रिफला चूर्ण डैंड्रफ को भी कम कर सकता है. आप या तो त्रिफला पाउडर को नारियल के तेल में मिलाकर अपने बालों पर लगा सकते हैं, या इसे अपने डाइट का हिस्सा बना सकते हैं. आपकी डाइट आपके बालों के स्वास्थ्य में बहुत बड़ी भूमिका निभाती है.